Health camps करते समय हम सभी ये शिद्दत से महसूस करते रहे हैं कि जो लोग ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं जिनमें regular follow up और detailed diagnosis की ज़रुरत है उन्हें सस्ता और अच्छा इलाज दिलाने की कोशिश हमें करनी चाहिए।
गंजडुण्डवारा में जब मोहित के अनुरोध पर अनिल भाई फर्रुखाबाद से चल कर आये और हमें Dr. राजीव गुप्ता से मिलवाया तो दूर दूर तक ये अंदाज़ा नहीं था कि वो कितना ख़ूबसूरत तोहफा अनुभूति को देकर जा रहे हैं। राजीव गुप्ता जी ने हमें श्री राम मूर्ती स्मारक ट्रस्ट की जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और अगर अनुभूति उनका सहयोग ले सके तो समिति के प्रयास और सार्थक हो सकेंगे।
विभिन्न कार्यक्रमों की व्यस्तता के कारण श्री राम मूर्ती स्मारक ट्रस्ट की हमारी visit जल्दी संभव न हो सकी। फोन पर मोहित का संपर्क निरंतर बना हुआ था। अंततः 25 जून को सुबह सुबह हम लोग बरेली के लिए निकले। बाबू भाई गाडी चलाने नहीं आये तो हम VKPS की शरण में पहुंचे और एक नया ड्राईवर लेकर चल पड़े।
गढ़ मुक्तेश्वर के पास जो जाम लगता है उस रोड पर चलने वाले उस से प्रायः दो चार होते हैं और फिर जिसके मन में जहाँ आता है वो वहां गाडी घुसेड देता है। खेतों में बने कच्चे पक्के रास्तों पर होते हुए हम गढ़ पर बने पुल के नीचे तक तो पहुँच गए लेकिन पुल के ऊपर पहुंचना काफी टेढ़ी खीर साबित हुआ। We will always remember those images where Mohit created a way putting all his wits to use.
दूरियों और देरियों से मुकाबला करते हुए हम बरेली पहुंचे। लेकिन वहां पहुँच कर सारी थकान जाती रही। श्री राम मूर्ती स्मारक ट्रस्ट पहुँच कर हम मिले आदित्य मूर्ती जी से। A young and dynamic person who was more than warm to us. And yes there was a lot of positive energy around him. There was a note on his table which was so inspiring, the import of which was " यदि आप किसी चीज़ के लिए ईमानदारी से कोशिश करते हैं तो पूरी सृष्टि आपके सहयोग में लग जाती है।" How very true.
Shree Ram Moorti Smarak Trust Institute of Medical Sciences is one great institution. You have got to see it to believe it. It has all the modern facilities and they are available at very cost effective rates. More importantly there is a personal touch to everything and maintenance is out of this world. Aditya was very kind to organise a visit for us round the campus. And He has been very generous in offering all support to Anubhuti Team in its endeavours.
The first visible sign of the contribution being made by the Trust will be reflected in the next health camp scheduled to be held at Bhargain on 25th July. They have also promised free cataract operations at their hospital for all patients recommended by Anubhuti. Thank You so much.
श्री राम मूर्ती स्मारक ट्रस्ट ने जो मुस्कान हमें दी उसे सहेज कर हम अपने साथी असलम भाई से मिलने पहुंचे। वही खुलूस वही मोहब्बत। अफ़सोस दीदी घर पर नहीं थीं। इंशा अल्लाह हम फिर हाज़िर होंगे।
गढ़ मुक्तेश्वर में लगे जाम के भय से हम लोग via Badayun, Bulandshahar लौटे। रास्ता सुनसान ज़रूर था लेकिन अच्छा था। बरेली में ही गाडी चोटिल हो गयी थी इसलिए ये रास्ता और भी बेहतर रहा।
एक और सफ़र एक और मंजिल
चलते रहना ही तो ज़िंदगी है।
Anubhuti Team
nice
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