नया साल शीत लहर के साथ आया है. कुहरा घना है लेकिन हम दूर तक देखने की कोशिश में लगे हैं. In lighter vein yet on serious note ये सोचने का समय भी है कि हम खड़े हैं या पड़े हैं.
गए साल हमने बहुत मेहनत की. स्वास्थ्य शिविरों की श्रंखला निर्बाध गति से चलती रही और इसमें हम महावीर international और श्री राम मूर्ती स्मारक ट्रस्ट का सहयोग भी प्राप्त कर सके. आशा है इन संस्थाओं का सहयोग हमें आगे भी मिलता रहेगा. आदित्य और अशोक जैन जी को ह्रदय से धन्यवाद. आभार उन सभी साथियों का जो इस सफ़र के हमसफ़र बने और उन डॉक्टर भाइयों का जिन्होंने दूरियों और देरियों की परवाह किये बिना हमारे साथ लाइन में खड़े अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुंचाई.
बन्ने मियां जब राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल आये तो उन्हें बाई पास सर्जरी करानी होगी किसी ने सोचा भी न था. लेकिन जब ऐसी स्थिति बनी तो अनुभूति टीम डॉक्टर हरेन्द्र कुमार की मदद से सब कुछ ठीक से कराने में सफल रही. इसी तरह जब शरद 'लंकेश' जी ने विपिन पाण्डेय के valve की समस्या के साथ यह भी बताया कि AIIMS में एक साल के बाद नंबर आएगा हम लोग फिर खड़े हुए और 15 दिन के अन्दर RML से ऑपरेशन कराके विपिन को घर भेज सके. जब विपिन पटियाली में मुस्कुराते हुए मिलते हैं तो वह मुस्कराहट हमें और लगन और मेहनत से सेवा करने की प्रेरणा देती है.
जले हुए घर और बाढ़ से जूझते लोग अभी भी हमारी यादों में ताज़ा हैं. वो फिर उठ खड़े हुये हैं. सौभाग्य हमारा कि उन दिनों में हम उनका हाथ थाम कर साथ चल सके. भगवान न करे कि फिर ऐसी विपदा आये, जिससे कि हम अपनी ऊर्जा disaster management की बजाय विकास के नये रास्ते तलाशने में लगा सकें.
इस वर्ष चुनौतियाँ बड़ी हैं, रास्ते कठिन हैं लेकिन संकल्प पक्का है इसलिए आशा है जो ठाना है वो कर पायेंगे. सभी साथियों को आह्वान है नयी ऊर्जा के साथ जुटने का, बेड़ियाँ तोड़ने का, साहस जुटाने का और कुछ कर दिखाने का.
नए संकल्प लें
नए नारे गढ़ें फिर से
उठो संग्रामियो ! जागो !
नयी शुरुआत करने का समय फिर आ रहा है
कि जीवन को चटख गुलनार करने का समय फिर आ रहा है.
Wish you all a very Happy New Year.
Team Anubhuti
No comments:
Post a Comment