30th May 2014
मोहित को दिल्ली वापस लौटना था इसलिए राधे उन्हें हाथरस drop करने के लिए निकले। हम लोग हमेशा की तरह संजय भाई के घर पहुँच नित्य क्रम में लग गए। घर के नाश्ते के बाद पटियाली की ब्लॉक प्रमुख अशर्फी देवी जी से सौजन्य भेंट करने हम लोग पहुंचे तो पता लगा कि उन्होंने Knee Replacement कराया है और स्वास्थ्य लाभ कर रही हैं। काफी चर्चा हुयी उनसे। औपचारिक तथा अनौपचारिक।
बीनपुर से राजीव बार बार आने आग्रह करते रहते हैं इसलिए वहां की तरफ चले। मनीष भाई संजय भाई और अनिल भाई ने भी समय निकाला। रास्ते में फारूक कुरैशी साहब और गौरव गुप्ता से भी मुलाक़ात हो गयी। तिवारीजी गंज में एक ऐसे पार्षद हैं जो परंपरागत राजनैतिक अंकगणित को fail कर हर बार जीतते हैं। जीवंत व्यक्तित्व, बेबाक अपनी राय रखने वाले, वर्षों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े लेकिन बीच बीच में interludes में नए रास्तों से गुरेज़ नहीं।
पटियाली में साजिद भाई को सलाम किया और बीनपुर पहुंचे। अच्छा लगा। लोगों से चर्चा हुयी, आशीर्वाद भी मिला। राजीव दिखे नहीं सो फोन कर पूछा तो उन्होंने बताया उनका बीनपुर अमांपुर रोड पर है। वहीं जाना होगा। संजय भाई मनीष भाई अनिल भाई का साथ गंज तक और फिर हम चल पड़े बीनपुर। राजीव और उनके परिवार से भेंट हुयी। धन्यवाद उनके आतिथ्य का।
शाम को रात्रि विश्राम के लिए हम निकले नगला रते के लिए। पहली बार पहुंचे वहां। स्कूल की स्थिति पर चर्चा हुयी। गाँव वालों का कहना था कि मास्टरों का ध्यान पढ़ाने से ज़्यादा Mid day Meal पर रहता है। चावल खाओ और जाओ। पढाई से कोई वास्ता नहीं बच्चे बर्बाद हो रहे हैं। कोई देखने वाला नहीं। संजय भाई और मनीष भाई ने कहा है वो इसे ठीक कराएँगे , देखते हैं।
सुबह गंज में ही हुयी। धर्मेन्द्र के साथ वापस दिल्ली की यात्रा। Lots of thoughts and ideas ! Let us see how many of them are realised.
And yes Siddharth did not come, neither did he bother to answer our frantic calls.
Team Anubhuti
मोहित को दिल्ली वापस लौटना था इसलिए राधे उन्हें हाथरस drop करने के लिए निकले। हम लोग हमेशा की तरह संजय भाई के घर पहुँच नित्य क्रम में लग गए। घर के नाश्ते के बाद पटियाली की ब्लॉक प्रमुख अशर्फी देवी जी से सौजन्य भेंट करने हम लोग पहुंचे तो पता लगा कि उन्होंने Knee Replacement कराया है और स्वास्थ्य लाभ कर रही हैं। काफी चर्चा हुयी उनसे। औपचारिक तथा अनौपचारिक।
बीनपुर से राजीव बार बार आने आग्रह करते रहते हैं इसलिए वहां की तरफ चले। मनीष भाई संजय भाई और अनिल भाई ने भी समय निकाला। रास्ते में फारूक कुरैशी साहब और गौरव गुप्ता से भी मुलाक़ात हो गयी। तिवारीजी गंज में एक ऐसे पार्षद हैं जो परंपरागत राजनैतिक अंकगणित को fail कर हर बार जीतते हैं। जीवंत व्यक्तित्व, बेबाक अपनी राय रखने वाले, वर्षों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े लेकिन बीच बीच में interludes में नए रास्तों से गुरेज़ नहीं।
पटियाली में साजिद भाई को सलाम किया और बीनपुर पहुंचे। अच्छा लगा। लोगों से चर्चा हुयी, आशीर्वाद भी मिला। राजीव दिखे नहीं सो फोन कर पूछा तो उन्होंने बताया उनका बीनपुर अमांपुर रोड पर है। वहीं जाना होगा। संजय भाई मनीष भाई अनिल भाई का साथ गंज तक और फिर हम चल पड़े बीनपुर। राजीव और उनके परिवार से भेंट हुयी। धन्यवाद उनके आतिथ्य का।
शाम को रात्रि विश्राम के लिए हम निकले नगला रते के लिए। पहली बार पहुंचे वहां। स्कूल की स्थिति पर चर्चा हुयी। गाँव वालों का कहना था कि मास्टरों का ध्यान पढ़ाने से ज़्यादा Mid day Meal पर रहता है। चावल खाओ और जाओ। पढाई से कोई वास्ता नहीं बच्चे बर्बाद हो रहे हैं। कोई देखने वाला नहीं। संजय भाई और मनीष भाई ने कहा है वो इसे ठीक कराएँगे , देखते हैं।
सुबह गंज में ही हुयी। धर्मेन्द्र के साथ वापस दिल्ली की यात्रा। Lots of thoughts and ideas ! Let us see how many of them are realised.
And yes Siddharth did not come, neither did he bother to answer our frantic calls.
Team Anubhuti
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